गोपालगंज। बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की सतत् जीविकोपार्जन योजना (SJY) के तहत गोपालगंज जिले में 3,377 गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता दी गई। इनमें से 615 परिवार देशी शराब और 209 परिवार ताड़ी के उत्पादन से जुड़े थे, जिन्हें वैकल्पिक और सम्मानजनक आजीविका से जोड़ा गया।
योजना के तहत 3,078 परिवारों को सात माह तक ₹1,000 प्रति माह की वित्तीय सहायता दी गई। 3,356 परिवारों को परिसंपत्तियाँ बनाने में सहयोग मिला, जिसमें 2,237 परिवारों ने सूक्ष्म उद्यम स्थापित किए, 1,108 परिवार पशुपालन से जुड़े और 11 परिवारों को कृषि कार्य में मदद दी गई।
सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए 3,367 परिवारों के बैंक खाते खोले गए और 2,825 परिवारों को राशन कार्ड दिए गए। इस योजना से कई परिवार आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने, जिनमें रानी खातून ने किराना दुकान, आटा चक्की और बकरी पालन से ₹10,570, रुबीना प्रवीण ने कपड़ा और किराना व्यवसाय से ₹11,150, राजमती देवी ने आटा चक्की, कपड़ा दुकान और बकरी पालन से ₹12,577, पूनम शर्मा ने सिलाई और कोल्ड ड्रिंक व्यवसाय से ₹7,935 तथा राशिदा खातून ने किराना दुकान से ₹8,702 की मासिक आय शुरू की।
जिला पदाधिकारी प्रशांत कुमार सी.एच. ने बताया कि इस योजना को और विस्तार देने के लिए प्रशिक्षण और स्वावलंबन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे अधिक परिवार लाभान्वित हो सकें।
सतत् जीविकोपार्जन योजना से हजारों परिवारों को आर्थिक संबल
