गोपालगंज जिले की भोरे प्रखंड की सिसई मौजा स्थित विदेशी ब्रम्ह स्थान के प्रांगड़ में चल रहे श्री विष्णु महायज्ञ सह राम जानकी प्राण प्रतिष्ठा में वृन्दावन से पधारी कथा वाचिका शिवानी किशोरी जी ने कथा के आठवें दिन सियाराम विवाह का प्रसंग वो भगवान परशुराम के जनकपुरी आगमन की कथा का वर्णन किया। कथा स्थल पर भक्तों की भारी भीड़ नजर आई। श्रीराम के भजनों पर झूमते भक्तों के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। श्री विष्णु महायज्ञ सह राम जानकी प्राण प्रतिष्ठा में आयोजित श्री राम कथा में बृहस्पतिवार शाम शिव धनुष टूटने पर परशुराम जी के आगमन और फिर सियाराम विवाह की कथा का भावपूर्ण वर्णन किया गया। कथा वाचिका शिवानी किशोरी जी ने वर्णन किया कि किस तरह अयोध्या से गाजे बाजे के साथ बरात मिथिला आई थी। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की बारात हर तरफ भक्ति के रंग बिखर गए। मांडवी संग भरत, उर्मिला संग लक्ष्मण और श्रुतिकीर्ति संग शत्रघ्न का विवाह सम्पन्न हुआ।सीता जी की विदाई हुई हर श्रद्धालु की आंखों से अश्रुधारा बहने लगी। मानों वो अपनी बेटी की विदाई की कथा सुन रहे हों। जानकी जी की विदाई पर मिथिला वासियों के साथ पशु-पक्षी भी विलाप करने लगे। सभी भक्तों में जबरदस्त उत्साह नजर आया। श्रीराम के भजनों पर भक्त झूमते गाते नजर आए। सभी ने पूरे भक्ति भाव से श्री राम कथा का श्रवण किया। बुराई से दूर रहने का संकल्प लिया। प्रण लिया कि वो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों पर चलेंगे।
श्रीराम कथा के दौरान कथा वाचिका शिवानी किशोरी जी ने ने भक्तों को क्रोध पर नियंत्रण रखने की सीख दी। उदाहरण देते हुए बताया कि श्रीराम ने जब शिवजी का धनुष तोड़ा। तब भगवान परशुराम अत्यंत क्रोधित होकर मिथिला नगरी पहुंचे। किशोरी जी ने लक्ष्मण के साथ हुए परशुराम संवाद का भी वर्णन करते हुए कहा कि वाणी हमेशा श्रेष्ठ और मधुर होनी चाहिए. जो काम तलवार नहीं करती, वह वाणी कर देती है। इसलिए वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रहना बेहद जरूरी है। कार्यक्रम में अयोध्या से पधारे पूज्य संत वैदेही जी महराज, मुखिया प्रतिनिधि डब्लू मिश्र, बड़े ओझा, योगेंद्र मिश्र, शशि श्रीवास्तव, शत्रुध्न मिश्र, कुंज बिहारी मिश्र, विजय मिश्र, रमाशंकर प्रसाद, रामदेव प्रसाद, मनीष श्रीवास्तव, अमित मिश्र, कमलेश गोंड, मुना तिवारी, विजय मिश्र, शैलेश मिश्र, रत्नेश गोंड, सिपाही खरवार, विशाल शर्मा, अनु श्रीवास्तव, पवन मिश्र, प्रवीण मिश्र, पंकज मिश्र, रजत मिश्र, आयुष मिश्र व अन्य रहे ।