देवरिया/बरियारपुर। निजी अस्पताल के लाइसेंस के नवीनीकरण की जांच के लिए शुक्रवार को बैकुंठपुर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को देख संचालक भर्ती तीन मरीजों को अस्पताल में ताला बंद कर भाग गया।
टीम ने पुलिस की मौजूदगी में ताला तोड़वा कर मरीजों को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजवाया। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, डिप्टी सीएमओ डॉ. आरपी यादव के नेतृत्व में पीएचसी मझगांवा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. आकाश पांडेय, राय कमलेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव, सरोज तिवारी अस्पताल के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए किए गए आवेदनों की जांच करने निकले थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम बैकुंठपुर में रूपई नहर के पास स्थित संगीता हाॅस्पिटल पर पहुंची। टीम को देखकर संचालक ताला बंद कर भाग गया, जबकि अस्पताल में तीन मरीज भर्ती थे। टीम ने खुखुंदू थाने को सूचना देकर पुलिस फोर्स की मांग की। एसआई अंबिका यादव मय फोर्स मौके पर पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल का ताला तोड़वाया गया तो तीन महिलाएं भर्ती थीं। ऑपरेशन से उन्हें बच्चा हुआ था। इसके बाद तीनों महिलाओं को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजवा दिया गया। इस दौरान अस्पताल में क भी डॉक्टर और कोई पैरामेडिकल स्टाफ नहीं था।
डिप्टी सीएमओ डॉ. आरपी यादव ने बताया कि अस्पताल के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया गया था, उसकी जांच में पहुंचने पर डॉक्टर अैर पैरामेडिकल स्टाफ नहीं मिले।
संचालक ताला बंद कर भाग गया, जबकि तीन मरीज भर्ती थे। अस्पताल को पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया गया है।