गोपालगंज जिले के भोरे विधानसभा क्षेत्र के विजयीपुर प्रखंड के श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित जनसुराज के कार्यक्रम में जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर का हुआ आगमन वही प्रशांत किशोर ने जमकर विपक्षी दलों पर साधा निशाना प्रशांत किशोर ने अपने सभा को संबोधित करते हुए भाजपा और राजद के सरकार पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि स्कूल में खिचड़ी कॉलेज में बिना पढ़ाई का डिग्री बिहार पाना मजदूरों की फैक्ट्री बिहार के स्कूलों में खिचड़ी और बिना पढ़ाई की डिग्री मिल रही है जहां हुनर और शिक्षित होने चाहिए थी वही सिर्फ भ्रष्टाचार घोटाले और दिखाए की योजनाएं बची है पिछले 35 सालों में नीतीश मोदी और लालू की सरकार ने बिहार को मजदूर की फैक्ट्री बना दिया है वही प्रशांत किशोर ने यह भी बोला कि बिहार में “अफसर मस्त और जनता त्रस्त “और घूसखोरी चरम सीमा पर है क्योंकि बिहार में लूट का तरीका बदल गया है यहां जनता की लूट आज जारी है ,लालू राज में अपराधी बंदूक से डरा कर लूट थे तो वहीं नीतीश मोदी के राज में अफसर कलम चला कर दिनदहाड़े डाका डाल रहे हैं वह जाति प्रमाण पत्र हो या फिर राशन कार्ड हो या पीएम आवास योजना हो या गरीबों को मिलने वाला पेंशन हर जगह दफ्तर में भ्रष्टाचार फैला हुआ है किसी भी अंचल कार्यालय में आप जाइए तो देखिए भूमि सर्वेक्षण और स्मार्ट मीटर की मार से पूरा बिहार त्रस्त हो चुका है बिना योजना जबरन थोपा जा रहा है भूमि सर्वेक्षण हर गांव और हर परिवार के लिए अभिशाप बन चुका है गलत भूमि अभिलेख अफसर की मनमानी और जमीन के खाली दाखिल के नाम पर भ्रष्टाचार फैल चुका है यह नीतीश बीजेपी की सरकार बिजली के गलत बिल और स्मार्ट मीटर के नाम पर गांव के तमाम गरीबों को परेशान कर रही है यह सुशासन की सरकार नहीं यह कु शासन की सरकार बन चुकी है किसान की बात करें तो खाद बीज की कालाबाजारी ने किसानों के कमर तोड़ दी है एक बोरी यूरिया के लिए बिहार के किसान लाचार हो चुके हैं सिचाई की सुविधा नहीं ऊपर से बाढ़ की मार उसके लिए जी तोड़ मेहनत से उपजाई फसल को नहीं मिल रही है एम एस पी ,कभी बिहार के युवाओं के प्रतिभा को पेपर लीक और नौकरियों को व्यापार बना के रख दिया गया है आपको बतला दे कि इस बिहार में प्रतियोगी परीक्षा दलालो की अड्डा बन चुकी है कभी पेपर लीक जो कभी दलालो की नौकरियों की खुली बिक्री ने करोड़ों युवाओं के सपनों को बेरी से कुचल दिया है मेहनत करने वाले छात्रों को बेरोजगारी की मार झेलना पड़ रही है जबकि पैसा और पहुंच वाले सरकारी नौकरियां खरीद रहे हैं गलत डोमिसाइल नीति के वजह से दूसरे राज्य के लड़कों को बिहार में तो नौकरी मिल रही है लेकिन बिहार की युवा मजदूरी करने के लिए पलायन पर मजबूर है जिन नेताओं ने पिछले 30-35 सालों से हमारे बच्चों को अनपढ़ और मजदूर बनाया है अबकी बार प्रशांत किशोर ने उन सभी तानाशाह सरकारों को उखाड़ फेंकने की बात की है वही विजयीपुर के संस्कृत महाविद्यालय से प्रशांत किशोर ने जमकर बिहार के तमाम राजनीतिक दलों पर निशाना साधा और लोगों से बिहार बदलाव की अपील किए।