गांधी सभागार, विकास भवन में आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने की। उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि टैगिंग या कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही किसानों से आग्रह किया कि वे आगामी किसान दिवस में अपनी समस्याएं लिखित रूप में लेकर आएं।
प्रमुख मुद्दे और कार्रवाई:
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बीज वितरण में त्रुटि: गौरीबाजार के किसानों ने आधार कार्ड जांच में विकास खंड भलुअनी दर्शाए जाने की शिकायत की। कृषि विभाग ने सुधार का सुझाव दिया।
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सिंचाई संकट: भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने नहरों में पानी न आने और खराब ट्यूबवेल की समस्या उठाई। डीएम ने नलकूपों की तत्काल मरम्मत के आदेश दिए।
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विद्युत संकट: ट्रांसफार्मर बार-बार जलने और रिपोर्ट में देरी की शिकायत पर डीएम ने विद्युत विभाग को कार्य में तेजी लाने और सीयूजी कॉल रिसीव न करने वाले JE/AE को चेतावनी देने के निर्देश दिए।
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नहर कटाई: किसानों द्वारा नहर की कटाई कर निजी सिंचाई किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एफआईआर दर्ज करने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए।
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गन्ना भुगतान: प्रतापपुर चीनी मिल द्वारा केवल 42% भुगतान किए जाने पर संबंधित मिल पर आरसी जारी करने के आदेश दिए गए।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय समेत कई प्रशासनिक अधिकारी और किसान संगठन के नेता उपस्थित रहे।