जनपद देवरिया में एसपीसीए (सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रूएल्टी टू एनिमल्स) की बैठक मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास भवन के गांधी सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जनपद में पशुओं के संरक्षण और उनकी सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद की स्वयंसेवी संस्थाओं से घायल पशुओं, जैसे बंदर, कुत्ते और बिल्ली, के लिए आश्रय स्थल बनाने का आग्रह किया। इसके साथ ही, आवारा कुत्तों की संख्या और उनके उत्पात को नियंत्रित करने के लिए बधियाकरण की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि खुले ट्रांसफार्मरों पर सुरक्षा के लिए जाली लगाई जाएगी, और यह कार्य विद्युत विभाग द्वारा किया जाएगा। वहीं, निजी संस्थानों को भी खुले ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
पशु तस्करी को रोकने के लिए पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। घायल पशुओं के उपचार और संरक्षण के लिए टोल-फ्री नंबर 1962, जिलाधिकारी हेल्पलाइन नंबर 05568-225351/222261/223331 और पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना देने की अपील की गई।
इसके अतिरिक्त, घायल बंदरों के उपचार और संरक्षण के लिए जिला वनाधिकारी के मोबाइल नंबर 8056595393 पर संपर्क करने की सलाह दी गई। बंदरों को पकड़ने के लिए मंकीकैचर और मंकी हैंडलर की व्यवस्था नगर निकायों और ग्राम पंचायतों में सुनिश्चित की जाएगी। लाल बंदरों और नीलगायों की बढ़ती संख्या से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए भी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए।
बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक, जिला सूचना अधिकारी, नगर पालिका परिषद के सहायक अभियंता, उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी और एसपीसीए के सदस्य भी मौजूद थे।