देवरिया: राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत खुरपका-मुंहपका (एफएमडी) टीकाकरण अभियान के पंचम चरण की शुरुआत हो गई है। यह अभियान केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित और राज्य सरकार द्वारा संचालित है।मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय ने विकास भवन परिसर से अभियान की शुरुआत की। उन्होंने बहुउद्देशीय पशु चिकित्सा सचल वाहनों और मोबाइल वेटनरी यूनिट को टीकाकरण टीम सहित हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।यह एक विषाणुजनित संक्रामक रोग है, जो तेज बुखार, मुंह से लार गिरने और मुंह व पैरों में छाले के रूप में प्रकट होता है। यह रोग पशुओं को कमजोर करता है, उनकी उत्पादकता को प्रभावित करता है और इलाज न होने पर पशु की मृत्यु तक हो सकती है। इस घातक रोग से बचाव का एकमात्र उपाय नियमित टीकाकरण है।
अभियान की विशेषताएं:
- अवधि: 24 दिसंबर 2024 से 5 फरवरी 2025।
- टीकाकरण:
- सभी गोवंशीय और महिषवंशीय पशु (4 माह से कम आयु और 8 माह से अधिक गर्भवती पशु छोड़कर)।
- निशुल्क टीकाकरण।
- लक्ष्य: 16 विकासखंडों में 4,30,900 पशुओं का टीकाकरण।
- टीमें: 16 टीमें गठित की गई हैं, जो घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगी।
पशुपालकों से अनुरोध किया गया है कि वे टीकाकरण टीमों का सहयोग करें और अपने पशुओं को टीका अवश्य लगवाएं। यह उनके पशुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।यह अभियान न केवल पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि क्षेत्र के पूरे पशुधन को खतरनाक बीमारियों से बचाने में मदद करेगा।