देवरिया: उच्च न्यायालय की बाल संरक्षण देखरेख समिति के निर्देशानुसार सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी ने राजकीय बालगृह, देवरिया का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सचिव ने निर्देश दिया कि बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उच्च न्यायालय के निर्देशों का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बच्चों में नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए निबंध लेखन, योग, संगीत, और चित्रकला जैसे कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया।
सचिव ने बालगृह के प्रपत्रों का अवलोकन किया और उन्हें व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। ठंड के मौसम को देखते हुए बच्चों के लिए कंबल और ऊनी कपड़ों की व्यवस्था को संतोषजनक पाया गया, और उन्होंने ठंड से बचाव के लिए समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान बच्चों द्वारा बनाई गई चित्रकला की भी सराहना की गई। विशेष रूप से खुशबुद्दीन की चित्रकला को प्रशंसा मिली। पुस्तकालय कक्ष के निरीक्षण के दौरान सचिव ने प्रभारी अधीक्षक को उच्च न्यायालय द्वारा सुझाई गई पुस्तक सूची के अनुसार पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
सचिव ने परिसर की स्वच्छता और बच्चों के खेलने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर भी विशेष ध्यान देने को कहा।
इस दौरान राजकीय बालगृह के प्रभारी अधीक्षक रामकृपाल और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।