नई दिल्ली।
भारत सरकार ने बांग्लादेश से आने वाले रेडीमेड कपड़ों समेत कई उपभोक्ता वस्तुओं के आयात पर बड़ा फैसला लिया है। अब रेडीमेड गारमेंट्स का आयात केवल कोलकाता और न्हावा शेवा बंदरगाहों के जरिए ही किया जा सकेगा। इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों की 11 जमीनी सीमा चौकियों से कई उपभोक्ता वस्तुओं के आयात पर रोक लगा दी गई है।
यह फैसला बांग्लादेश द्वारा भारत से आने वाले उत्पादों पर लगाई गई पाबंदियों के जवाब में लिया गया है। हाल के महीनों में बांग्लादेश ने अपने कई सीमावर्ती जिलों में भारतीय वस्तुओं के आयात पर रोक लगा दी थी, जिससे व्यापार असंतुलन पैदा हो रहा था।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बांग्लादेश हर साल भारत को करीब 700 मिलियन डॉलर के रेडीमेड कपड़े निर्यात करता है। इनमें से 93% कपड़े भारत की जमीनी सीमा चौकियों के माध्यम से भेजे जाते हैं।
अब इन वस्तुओं का आयात केवल समुद्री मार्ग से संभव होगा, जिससे बांग्लादेश के व्यापार पर सीधा असर पड़ने की संभावना है।
व्यापारी वर्ग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में इस फैसले को लेकर हलचल तेज हो गई है, जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत-बांग्लादेश व्यापार संतुलन को लेकर नई रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
सरकार की ओर से सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे इस नई व्यवस्था को सख्ती से लागू करें।