गोपालगंज।।समाहरणालय कार्यालय कक्ष में जिला पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा द्वारा आपदा प्रबंधन संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई।
आगामी मानसून ऋतु में बरसात के पूर्वानुमान के संबंध में भारत मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी की प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि सभी प्रखंडों में ओपन रैन गैंग अधिष्ठापित एवं कार्यरत हैं।
सभी प्रखंडों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन कार्यरत हैं एवं सभी 234 पंचायत में ऑटोमेटिक रैन गेज स्थापित हैं।
अभी तक औसत वर्षा पात में बताया गया कि जनवरी 2025 में जीरो एम एम ,फरवरी में जीरो एम एम ,मार्च में 0.2 एम एम अप्रैल में 34 एम एम,मई में 31.8 एम एम और 3 जून तक 4.2 एम एम वर्षापात दर्ज किया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह अपने स्तर से पुनः सत्यापन करना सुनिश्चित करेंगे।
बाढ़ राहत एवं अन्य सामग्रियों के दर निर्धारित कर लिए गए हैं जिले में पॉलिथीन शीट की उपलब्धता जिसमें अंचलों में 22547 और जिला भंडार में 3380 इस प्रकार कुल 52927 पॉलिथीन शीट उपलब्ध हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी अंचल अधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से फिजिकल वेरिफिकेशन करना सुनिश्चित करेंगे और इसकी रिपोर्ट अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन को प्रतिवेदित करेंगे। आवश्यकता अनुसार अधियाचना की जा चुकी है।
बाढ़ के दौरान नाव की व्यवस्थाएं एवं उपलब्धता के बारे में बताया गया कि कुल सरकारी नाव की संख्या 28 जिसमें परिचालन योग्य 15 और मरम्मति योग्य 13 है। वहीं निजी नाव की संख्या 40 है। इनफ्लैटेबल मोटर बोट की संख्या 11 है,जिसमें परिचालन योग्य पांच और मरम्मती योग्य 6 है । मरम्मती योग्य नाव की मरम्मती की जा रही है। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी नावो के लिए विधिक प्रक्रिया पूर्ण कर लें। नविको के नाम और मोबाइल नंबर वेरीफाई कर लें, साथ ही बाढ़ आपदा के समय लगाए जाने वाले नाविको को जैकेट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उन्हें चिन्हित करने में सुविधा हो।
बाढ़ राहत शिविर/ सामुदायिक रसोई के संचालन हेतु कुल 162 उॅंचे शरण स्थल एवं 271 सामुदायिक रसोई हेतु स्थलों का चयन किया जा चुका है। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की सामग्री भंडारण स्थल निर्धारित कर लें ताकि बाढ़ राहत सामग्री भंडारण में असुविधा न हो।
चिन्हित शरण स्थलों एवं सामुदायिक रसोई के लिए आवश्यकता अनुसार विद्युत आपूर्ति, कुर्सी ,टेबल ,चादर, दरी, साफ सफाई तैयारी की व्यवस्था तो आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश अंचल अधिकारियों को दिया गया ।
सहायक आपदा प्रबंधक युसूफ जई द्वारा बताया गया कि जिले में एसडीआरएफ की टीम अस्थाई रूप से आ चुकी है। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि उन्हें वहां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करते हुए उनके माध्यम से मॉक ड्रिल कराकर जागरूकता सुनिश्चित करें।
एसडीआरएफ भवन की बिल्डिंग पोजीशन लेना सुनिश्चित करें। सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को अनुग्रह अनुदान भुगतान हेतु आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर लाभकों की सूची अत्याधिकरण करने के निर्देश दिए। पशु शिविर के संचालन की तैयारी जिसने पशुओं की देखभाल हेतु 26 मूल केंद्र बनाए गए हैं साथी 29 जगह पर बाढ़ सुखाड़ सहाय उपकेंद्र चिन्हित किए गए हैं। चिन्हित स्थलों पर चिकित्सकों एवं कर्मियों की प्रति नियुक्ति की जा चुकी है । जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी अंचल अधिकारी स्विंग अवलोकन कर सुनिश्चित हो लेंगे।
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बाढ़ के दौरान मानव स्वास्थ्य के देखभाल हेतु बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के के लिए 12 चालान चिकित्सा दल एवं छह अस्थाई चिकित्सा टीम का गठन किया गया है वहीं लू से बचाव हेतु 29 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं बड़ा अवधि में उपयोग होने वाली 100 प्रकार की दवा पीएससी,सीएचएससी एवं सदर अस्पताल गोपालगंज में उपलब्ध है। जिला पदाधिकारी द्वारा कोविड वार्ड की तैयारी ,जांच कीट संबंधी पूरी जानकारी प्राप्त की गई और आवश्यक निर्देश दिए गए। कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग सिद्धू जलस्तर की स्थिति की जानकारी लेते हुए पुराने चपकालों की मर्मती एवं चपकालों के अधिष्ठापन संबंधी पूरी रिपोर्ट तीन दिनों के अंदर प्रतिवेदित करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले के कुल 28204 चपकालों की प्रखंड वार सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
नदी तटबंधों की मरम्मती बढ़ संघर्ष आत्मक कार्यों की समीक्षा में जल निश्चरण प्रमंडल सिवान द्वारा बताया गया कि जिओ बैग प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है 7 लाख क्यूसेक फिट बालू का भंडारण किया जा चुका है। सभी स्लुइस गेटों की रिपेयरिंग की जा चुकी है। सीपेज वाले प्रभाव को विशेष ध्यान देते हुए सामग्रियों के भंडारण एवं प्रकाशीय व्यवस्था स्थल पर बाढ़ अवधि प्रारंभ होने के साथ ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था की जा चुकी है।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जंगल झाड़ सफाई ,रैट होल, फॉक्स होल ,रैबिट होल रिपेयर पूरी तत्परता से सुनिश्चित करायें।
गोपालगंज जिला अंतर्गत कुल नगर परिषद एवं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जल जमाव को देखते हुए छोटे-बड़े नालों की उड़ाई एवं उसकी सफाई सुनिश्चित करें। कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद गोपालगंज राहुल धर दुबे को निर्देश दिया गया कि नगर के साफ सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए प्लास्टिक कचरा आदि का उठाव सुनिश्चित करायें।
करपालक अभियंता लघु जल संसाधन विभाग कन्हैया प्रसाद द्वारा बताया गया की सुखद की स्थिति में लघु सिंचाई प्रमंडल गोपालगंज द्वारा अधिक से अधिक संख्या में नलकूपों को चालू कर कर पटवन करने का लक्ष्य है। वर्तमान में लघु सिंचाई प्रमंडल गोपालगंज अंतर्गत कुल 266 राजकीय नलकूप है। जिसमें 171 नलकूप कार्यरत है शेष 95 नलकूप बंद अवस्था में है इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बंद नलकूपों को शीघ्र चालू कराने के निर्देश दिए। कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना अंतर्गत किसानों को बोरिंग लगाने हेतु अनुदान दिया जा रहा है। परंतु अभी पोर्टल बंद होने के कारण आवेदन लेना संभव नहीं हो पा रहा है जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि उनके स्तर से विभाग को पोर्टल खुलवाने हेतु पत्र प्रेषित किया जाएगा। जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत तीन अदत तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि संबंधित तीनों तालाब मत्स्य विभाग को स्थानांतरित करें जिससे उसमें मत्स्य पालन सुनिश्चित कराया जा सके।
पथ निर्माण विभाग की समीक्षा के क्रम में विगत वर्ष में बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मर्मती की समीक्षा की गई पुल पुलिया के नीचे इवेंट की सफाई आदि की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए ग्रामीण कार्य विभाग को निर्देश दिया गया कि पुल पुलिया के नीचे वेंट की सफाई निर्धारित तिथि में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
बिजली विभाग की समीक्षा के क्रम में बताया गया की संभावित लू के मद्देनजर जिले में शहरी क्षेत्र में 23 से 24 घंटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 22 से 23 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जिस पर अंचल अधिकारी पंचदेवरी द्वारा बताया गया कि सुदूर प्रखंडों /क्षेत्रों में मात्र 6 7 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है। इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कार्यपालक पदाधिकारी विद्युत वितरण प्रमंडल मीरगंज एवं गोपालगंज को निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर संबंधित अंचल अधिकारी के साथ संयुक्त ब्राह्मण कर सभी बिंदुओं की जांच करते हुए निर्धारित विद्युत आपूर्ति करना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
अंत में जिला पदाधिकारी द्वारा सभी पदाधिकारी को पूर्ण निष्ठा के साथ आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए।