जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को पंचदेवरी के सिकटिया खेल मैदान में संध्याकालीन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में जात-पात और नोट पर वोट न दें। उन्होंने कहा कि आप लालू, नीतीश और मोदी के नाम पर भी वोट न करें, बल्कि अपने बच्चों की पढ़ाई एवं रोजगार के नाम पर वोट दें।
उन्होंने कहा कि बिहार के वोट से केन्द्र में एनडीए की सरकार बनती है और फैक्ट्री गुजरात में लगाई जाती हैं। उन्होंने भीड़ से पूछा कि क्या पंचदेवरी में बीते 11 साल के मोदी शासनकाल और नीतीश के बीस वर्षों के शासनकाल में एक भी फैक्ट्री लगी। प्रशांत किशोर पूरे रौब में थे। उन्होंने आम लोगों से कहा कि आप से अच्छे तो लालू यादव हैं, जिन्हें अपने बच्चों को मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद बनाने की चिंता है। उन्होंने कहा कि पहले विकल्प नहीं था। लोग लालू, नीतीश और मोदी के बीच फंसे थे। हमने ढाई साल पदयात्रा की। एक करोड़ लोगों को जोड़ा और तब लोगों ने बनाया जनसुराज जिसका सीधा अर्थ है जनता का राज। उन्होंने लोगों से दो संकल्प करवाएं। पहला बिहार में लूटने वालों को वोट नहीं देना है और दूसरा जीवन में वोट अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए देना है। उन्होंने अपनी पार्टी के चुनाव में जीत के बाद सरकार के संकल्प भी गिनाए। पीके ने कहा कि वे कमाने गए लोगों को बिहार में ही दस से बारह हजार के रोजगार देंगे। साथ ही 60 वर्ष के ऊपर के लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि चार सौ से बढाकर दो हजार किया जाएगा। साथ ही जब तक सरकारी विद्यालय की व्यवस्था सुद्ढ नहीं हो जाती तब तक गरीबों के बच्चों को प्राईवेट अंग्रेजी स्कूल में पढाने पर उसका खर्च सरकार वहन करेगी। उन्होंने मुस्लिमों से कहा कि आप भी सचेत होइए, कब तक लालटने में केरोसीन बनकर जलते रहेंगे। मौके पर सुजाता मणि त्रिपाठी, सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष बृज किशोर दुबे, बलराम सिंह, विजय चौबे, वीरेंद्र राय, राजू बैठा आदि थे ।