गोपालगंज।। जिले में कला के प्रति पूरा जीवन समर्पित करने वाले वरिष्ठ रंग कर्मी, दर्जनों नाटक और फिल्म के लेखक तथा कई दर्जन सिनेमा में अभिनेता के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ता बिपिन बिहारी श्रीवास्तव का हृदय गति रूकने से शनिवार की देर रात गोपालगंज के सदर अस्पताल में निधन हो गया। इस दौरान उनके ज्येष्ठ पुत्र अभिनेता और निर्देशक अमित रंजन ने कहा कि वे 80 वर्ष की आयु में भी निधन से कुछ घंटे पहले तक पूर्ण रूप से स्वस्थ थे और अपने इष्ट मित्रों के साथ मुलाकात करते हुए शनिवार को अदालत के कार्यों का भी पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन किए इस दौरान देर शाम को सास लेने में उन्हें थोड़ी सी तकलीफ होने लगी तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया और वहां इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई।बताते चलें कि विपिन बिहारी श्रीवास्तव की हाल ही में दिनेश लाल निरहुआ के साथ बनी फिल्म बलमा बड़ा नादान प्रदर्शन को तैयार है।जिसमें इनका काफी बेहतरीन किरदार है जिसको उन्होंने बड़ी सादगी से जिया भी है इसके पहले विपिन बिहारी श्रीवास्तव ने अनिकेत मिश्रा के निर्देशन में बनी फिल्म हमार ललकार, चुटकी भर सिंदूर, एक बिहारी सौ पर भारी, काहे टूटे पिरितिया के डोर,तथा घांस देव कट्टा और अब दफा 209 में बेहतर अभिनय किए थे इसके अलावे उन्होंने बिहुला, ई कईसन प्रथा, ई कईसन प्यार,नौटंकी और गोपालगंज में बनी पहली फिल्म नेहिया लगनी सैया से,के अलावे अपना गऊआ में हमरो परान बसेला,गजब भइल रामा, ए भौजी के सिस्टर,जैसी फिल्मों में बेहरतीन अभिनय किए थे। उनका नाटक डाल-डाल पात पात, वे पागल या हम पागल,कमलनाथ मजदूर, अंहरिया के दंश, काफी लोकप्रिय रहा इसके हजारों मंचन देश के कोने-कोने में किए गए, उनको कई पुरस्कार भी मिले।वे अपने नीचे पांच पुत्रों का भरा पूरा परिवार छोड़कर गए हैं उनके निधन से कला जगत में शोक व्याप्त है उनके अंतिम संस्कार में जिले के दर्जनों कलाकार शामिल हुए जिसमें कादिर शेख ,अनिकेत मिश्रा, ठेहा चौधरी, धनंजय चौबे, राजू बाबा ,विनय पांडे, अमजद खान, विमलेश श्रीवास्तव इत्यादि लोग मौजूद रहे सभी लोगों ने गमगीन हृदय से उन्हें अश्रु पूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया। विपिन बिहारी श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव गोपालगंज सदर प्रखंड के कोटवा में हिंदू रीति रिवाज के साथ किया गया इस दौरान उनके सभी रिश्तेदार और परिजन मौजूद रहे।