पंचदेवरी में मतदाता पुनरीक्षण अंतिम चरण में, बीएलओ फिर घर-घर दस्तावेज लेने निकलेंगे
पंचदेवरी प्रखंड में मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्य अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अब तक 98% गणना प्रपत्र जमा हो चुके हैं, और 75% से अधिक का डिजिटलीकरण भी किया जा चुका है। इसके बावजूद निर्वाचन प्रक्रिया की शुद्धता को लेकर बीएलओ को फिर से एक बार घर-घर जाकर दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
2003 की सूची में जिनके परिवार का नाम है, उन्हें नहीं देना होगा दस्तावेज
बीडीओ राहुल रंजन ने शुक्रवार की देर शाम पंचदेवरी प्रखंड परिसर में सभी बीएलओ की बैठक बुलाई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन परिवारों के बुजुर्ग सदस्य 2003 की मतदाता सूची में दर्ज हैं, उनके नाती-पोतों को दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अगर किसी का नाम 2003 की सूची में दर्ज नहीं है, तो उन्हें अनिवार्य रूप से दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा।
11 दस्तावेजों की सूची ही होगी मान्य, मतदाता सूची में त्रुटियों पर चलेगा कैंची का कार्य
निर्वाचन आयोग द्वारा तय 11 मान्य दस्तावेजों के आधार पर ही नए मतदाताओं को जोड़ा जाएगा। बीडीओ ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता बनाए रखने के लिए गलत नामों को हटाने का काम भी जारी रहेगा। समीक्षा में यह बात सामने आई कि लगभग 15 से 20 प्रतिशत मतदाताओं के नाम काटे जाएंगे, जिनमें मृतक, दोहरी प्रविष्टि, स्थानांतरण और विवाह के कारण स्थान बदले हुए मतदाता शामिल हैं।
बीएलओ के सहयोग के लिए जुटे डीलर, सेविका, स्वास्थ्य कर्मी और जनप्रतिनिधि
मतदाता पुनरीक्षण कार्य को समय पर पूरा करने और बीएलओ पर बढ़ते कार्यभार को देखते हुए बीडीओ ने डीलर, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, स्वास्थ्यकर्मी और जनप्रतिनिधियों को भी बीएलओ के सहयोग में लगाया है। प्रशासन का मानना है कि सामूहिक प्रयास से ही सही मतदाता सूची तैयार हो सकती है।
दिशा-निर्देश के बाद फिर भ्रम की स्थिति, बीएलओ हुए असमंजस में
बैठक के बाद बीएलओ कर्मियों के बीच दस्तावेजों को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। पहले जमा किए गए दस्तावेजों के बाद अब दोबारा दस्तावेज मांगने से कई बीएलओ संशय में हैं। हालांकि बीडीओ ने स्पष्ट किया कि यह कार्य आवश्यक है और इसमें सभी संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाएगा।