➤ वन महोत्सव की ऐतिहासिक शुरुआत और महत्व
हर वर्ष जुलाई में मनाया जाने वाला वन महोत्सव भारत का प्रमुख पर्यावरणीय पर्व है, जिसकी नींव वर्ष 1950 में तत्कालीन कृषि मंत्री के.एम. मुंशी ने रखी थी। इसका उद्देश्य है आमजन को वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करना।
➤ बिहार में 5 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य, गोपालगंज में 6.75 लाख पौधे लगेंगे
बिहार वन विभाग ने इस वर्ष पूरे राज्य में 5 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा है। इसी कड़ी में गोपालगंज वन प्रमंडल के अंतर्गत 6,75,000 पौधे लगाए जाएंगे। इस कार्य में ग्रामीण विकास विभाग, जीविका, मनरेगा एवं सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
➤ सैनिक स्कूल सिपाया से हुआ वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ
76वें वन महोत्सव पर वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत सैनिक स्कूल सिपाया, गोपालगंज में जिलाधिकारी पवन कुमार सिन्हा, वन प्रमंडल पदाधिकारी मेधा यादव और प्राचार्य कर्नल अमित डागर द्वारा पौधारोपण कर की गई।
➤ प्रतियोगिताओं से बढ़ा युवाओं का उत्साह, पर्यावरण के प्रति जागरूकता में वृद्धि
16 से 18 जुलाई तक चलने वाले महोत्सव में क्विज, चित्रकला, निबंध और 3 किमी दौड़ प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विजेता प्रतिभागियों को जिलाधिकारी द्वारा मेडल व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
➤ अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर दिया गया धन्यवाद, सामूहिक वृक्षारोपण हुआ
कार्यक्रम के अंत में वन प्रमंडल पदाधिकारी मेधा यादव ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर आभार जताया। मौके पर अपर समाहर्ता राजेश्री पांडेय, मेजर आशीष वर्मा, सैनिक स्कूल के कैडेट्स और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।