देवरिया: एचआईवी/एड्स जागरूकता सप्ताह के समापन अवसर पर विकास भवन सभागार में आयोजित एक कार्यशाला में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने विजेताओं को सम्मानित किया। इस कार्यशाला का आयोजन एचआईवी/एड्स जागरूकता अभियान और बचाव के उपायों पर चर्चा करने के लिए किया गया था।
जिलाधिकारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि एचआईवी/एड्स एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही जानकारी और सावधानी बरतने से इससे बचा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल जागरूकता फैलाना है, बल्कि एचआईवी/एड्स से जुड़े मिथकों को दूर करना भी है। उनका कहना था कि युवा वर्ग जागरूक होकर समाज में बदलाव ला सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश झा ने बताया कि इस बार की थीम के तहत जनपद में 167 एचआईवी संक्रमित माताओं के बच्चों को एचआईवी संक्रमण से बचाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में एचआईवी जांच और इलाज की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।
कार्यक्रम के दौरान, सीएमओ ने बताया कि विद्यालयों और कॉलेजों में पोस्टर प्रतियोगिता, संगोष्ठी, और नुक्कड़ नाटकों के आयोजन के जरिए बच्चों और युवाओं को एचआईवी/एड्स के प्रति संवेदनशील किया गया।
कार्यशाला में विजेता प्रतिभागियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। जागरूकता अभियान में पंचायत राज, आईसीडीएस, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का संवेदीकरण किया गया, और इन विभागों ने मिलकर अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कार्यशाला में सीडीओ प्रत्यूष पाण्डेय, डीपीएम पूनम, उपेंद्र दत्त तिवारी, सीएमएस डॉ. एचके मिश्रा सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।