देवरिया: जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि वे उर्वरक खरीदते समय सतर्क रहें और किसी भी प्रकार के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (जिंक, सल्फर, माइकोराइजा आदि) को तब तक न खरीदें जब तक वे स्वयं इसे खरीदने के इच्छुक न हों। यदि कोई फुटकर विक्रेता दबाव डालता है, तो इसकी शिकायत तुरंत जिला कृषि अधिकारी से करें। दोषी विक्रेता के खिलाफ उर्वरक अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
उर्वरकों के लाभ:
- जिंक सल्फेट:
- फसलों की हरियाली बनाए रखता है।
- उपज और पौष्टिक तत्वों में वृद्धि करता है।
- तिलहनी और दलहनी फसलों में प्रोटीन व तेल की मात्रा बढ़ाता है।
- सल्फर:
- फसलों की गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
- तिलहनी फसलों में तेल और गेहूं में कल्लों की संख्या बढ़ती है।
- फसलों को पाले से बचाने में मदद करता है।
- माइकोराइजा:
- पौधों को पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण कराता है।
- जड़ों का विकास और मिट्टी की संरचना सुधारता है।
- फसलों को सूखा, पोषक तत्वों की कमी, और रोगों से बचाता है।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे उर्वरकों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और केवल अपनी जरूरत और समझदारी से खरीदारी करें।