देवरिया।
महुआडीह थाना पुलिस ने अपहृत नाबालिग बालिका को पश्चिम बंगाल के आसनसोल, वर्धमान से सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी नरगिस खातून, उसके पिता अलाउद्दीन, बहन नगमा और आयशा बेगम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि 6 अगस्त 2025 को पीड़िता के पिता ने थाने में तहरीर देकर बेटी के गुम होने और किसी के बहकावे में जाने की आशंका जताई थी। मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीमों का गठन किया गया।
जांच में सामने आया कि पीड़िता करीब 8 माह पहले इंस्टाग्राम पर नरगिस खातून से जुड़ी थी। मोबाइल नंबर साझा होने के बाद दोनों में बातचीत शुरू हुई। एक माह पहले नरगिस, पीड़िता के पड़ोसी के यहां आई और कुछ समय गांव में रही। 6 अगस्त को साजिश के तहत नरगिस अपने पिता और बहनों की मदद से पीड़िता को बलिया से पश्चिम बंगाल ले गई, जहां उसे अपने घर सान्ता 8 नं. बस्ती, बर्नपुर, थाना हीरापुर में रखा गया।
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दबिश देकर पीड़िता को बरामद किया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में आरोपियों से 4 एंड्रॉइड मोबाइल फोन भी बरामद हुए।
देवरिया के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और समाज को ऐसी घटनाओं के खिलाफ सजग रहना होगा।