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Sunday, July 27, 2025
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बैकुंठपुर में डाटा एंट्री ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सरकारी कामकाज पर पड़ा असर

बैकुंठपुर में डाटा एंट्री ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सरकारी कामकाज पर पड़ा असर
बैकुंठपुर प्रखंड के विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल की सूचना पहले ही अधिकारियों को दी गई थी। इससे सरकारी कार्यालयों के कार्यों पर असर पड़ने लगा है।


11 सूत्री मांगों को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने शुरू की हड़ताल

हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने बताया कि वे काफी समय से ग्रेच्युटी, स्थानांतरण नीति और अन्य 11 सूत्री मांगों को लेकर आवाज उठा रहे थे, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण वे हड़ताल को मजबूर हुए।


पहले दिन काम किसी तरह चला, आने वाले दिनों में ठप हो सकते हैं सरकारी कार्य

हालांकि गुरुवार को पहले दिन कामकाज किसी तरह चलाया गया, लेकिन हड़ताल लंबी चलने पर प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय सहित कई सरकारी योजनाओं के संचालन में रुकावट आ सकती है।


संविदा पर कार्यरत आईटी कर्मियों ने भी दिया हड़ताल को समर्थन

हड़ताल में न केवल डाटा एंट्री ऑपरेटर बल्कि संविदा पर बहाल प्रोग्रामर, स्टेनोग्राफर और आईटी स्टाफ भी शामिल हैं। सभी ने एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की है।


अंचल पदाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी

हड़ताली कर्मियों ने अंचल पदाधिकारी गौतम कुमार सिंह को अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि सरकार शीघ्र उनकी मांगें नहीं मानती है, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

कट्टा दिखाकर फसल नष्ट करने वाले आरोपी को विशंभरपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, वायरल वीडियो बना सबूत

सलेहपुर में जमीन विवाद के बीच ट्रैक्टर से जबरन फसल नष्ट, कट्टा लहराने का वीडियो हुआ वायरल

विशंभरपुर थाना क्षेत्र के सलेहपुर गांव में जमीन विवाद के चलते रामप्रवेश सिंह नामक व्यक्ति ने देसी कट्टा दिखाकर ट्रैक्टर से जबरदस्ती फसल नष्ट कर दी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया।


वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी से देसी कट्टा बरामद

थानाध्यक्ष हेमंत कुमार के नेतृत्व में विशंभरपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी रामप्रवेश सिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से देसी कट्टा भी बरामद हुआ। पुलिस ने इस वीडियो को कार्रवाई का आधार बताया।


आरोपी का आपराधिक इतिहास खंगालते ही खुली कई पुरानी फाइलें

रामप्रवेश सिंह का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। वह 2003, 1997, 2001 और 2002 में विभिन्न गंभीर मामलों में आरोपी रहा है जिनमें हत्या, अपहरण और आर्म्स एक्ट की धाराएं शामिल हैं। दो थानों में चार बड़े केस दर्ज हैं।


पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी को भेजा गया न्यायिक हिरासत में

पूछताछ के बाद पुलिस ने रामप्रवेश सिंह पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य संभावित लोगों की तलाश में जुटी है।


स्थानीय लोगों में दहशत, पुलिस ने किया शांति का भरोसा

घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। पुलिस प्रशासन ने लोगों को आश्वस्त किया है कि किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और क्षेत्र में शांति बनाए रखी जाएगी।

लालटेन का जमाना गया, घर से लेकर खेत तक पहुंची बिजली” – रामसेवक सिंह ने बूथ बैठक में दिखाया जमीनी जोश

“लालटेन का जमाना गया, घर से लेकर खेत तक पहुंची बिजली” – रामसेवक सिंह ने बूथ बैठक में दिखाया जमीनी जोश
फुलवरिया प्रखंड के लाढ़पुर और भितरी कररिया गांव में आयोजित जदयू की पंचायत स्तरीय बैठक में पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार की योजनाओं ने गांवों को रोशन कर दिया है। उन्होंने बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने की बात कही और कार्यकर्ताओं से जनता से सीधा जुड़ाव बनाए रखने का आह्वान किया।


बथुआ बाजार पंचायत के लाढ़पुर व कररिया पंचायत में सम्पन्न हुई महत्वपूर्ण बैठक

जदयू के “बूथ जीतो, चुनाव जीतो” अभियान के अंतर्गत लाढ़पुर और भितरी कररिया में पंचायत स्तरीय बैठकों का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और नेताओं की मौजूदगी में संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा की गई।


रामसेवक सिंह ने नीतीश सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का किया आह्वान

मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने विकास को घर-घर पहुंचाया है। अब कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे इन योजनाओं को जनता तक लेकर जाएं और संगठनात्मक दायित्व निभाएं।


वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुआ जनसंवाद, कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह

बैठक की अध्यक्षता लाढ़पुर में मोहन प्रसाद और भितरी कररिया में अमरजीत सिंह कुशवाहा ने की। मंच संचालन युवा जिलाध्यक्ष दीपू शर्मा ने किया। उपस्थित नेताओं में उमेश ठाकुर, सरफराज, दिनेश मिश्र, लालबाबू राम समेत कई नेता शामिल थे। सभी ने कार्यकर्ताओं को बूथ पर मजबूती से काम करने के लिए प्रेरित किया।


महिला प्रतिनिधियों से लेकर बूथ प्रभारी तक दिखे सक्रिय, संगठन को मजबूत करने का लिया संकल्प

बैठक में पंचायत स्तर के कार्यकर्ता, युवा नेता, महिला प्रतिनिधि और बूथ प्रभारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर बूथ स्तर से पार्टी को मजबूत करने और जनता के बीच सक्रिय रहने का संकल्प लिया।

पंचदेवरी में सरकारी जमीन पर ईदगाह निर्माण को लेकर तनाव, पुलिस और प्रशासन ने हटवाया अतिक्रमण

पंचदेवरी में सरकारी जमीन पर ईदगाह निर्माण को लेकर तनाव, पुलिस और प्रशासन ने हटवाया अतिक्रमण
पंचदेवरी प्रखंड के मगहिया पंचायत भवन के आगे खाली पड़ी सरकारी जमीन पर कथित रूप से ईदगाह बनाने के लिए जबरन चापाकल लगाने और ईंट गिराने की घटना सामने आई। इस पर ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस और प्रशासन को मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण हटवाना पड़ा।


आसपास के गांवों के लोगों ने किया विरोध, बोले – सार्वजनिक जमीन पर कब्जा बर्दाश्त नहीं

सैकड़ों ग्रामीण मगहिया पंचायत सरकार भवन के पास एकत्र हो गए और सरकारी जमीन पर हो रहे कथित अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने जबरन चापाकल लगाकर और ईंट गिराकर घेराबंदी शुरू कर दी थी।


ईदगाह निर्माण को लेकर हुआ बवाल, पहले से मिली है कब्रगाह के लिए ज़मीन

ग्रामीणों ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को पहले ही कब्रगाह के लिए बड़ी जमीन उपलब्ध कराई गई है। इसके बावजूद अब ईदगाह के नाम पर नई जमीन कब्जाने की कोशिश की जा रही है, जो अस्वीकार्य है। इस बात को लेकर दो पक्षों में विवाद और उत्तेजना फैल गई।


पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे पिकेट प्रभारी और सीओ, लोगों को किया शांत

बवाल की सूचना मिलते ही पंचदेवरी पिकेट प्रभारी राजेश राय और अंचल पदाधिकारी तरुण कुमार रंजन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की और स्पष्ट किया कि जमीन सरकारी है, किसी भी पक्ष को उस पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा।


प्रशासन ने हटवाया चापाकल और ईंट, चेताया – दोबारा अतिक्रमण की तो होगी कड़ी कार्रवाई

अंचल अधिकारी तरुण कुमार रंजन ने मौके पर ही ईंटों को हटवाया और चापाकल को भी हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह जमीन सभी गांववालों के विवाह व अन्य सार्वजनिक आयोजनों के लिए है। यदि भविष्य में फिर से अतिक्रमण की कोशिश की गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामला शांत बताया गया है।

गोपालगंज में तीन देसी कट्टा के साथ एक अभियुक्त गिरफ्तार, शराब तस्करी के मामलों में भी था वांछित

नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाई

गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन देसी कट्टा के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह गिरफ्तारी एकडेरवा मौजे गांव में की।

गिरफ्तार अभियुक्त पर पहले से दर्ज हैं शराब तस्करी के मामले

पुलिस जांच में सामने आया कि पकड़ा गया युवक जुगल साह, जो महंगु साह का पुत्र है, नगर थाना में पहले से ही दो शराब तस्करी के मामलों में नामजद अभियुक्त है। उसकी गतिविधियों पर पुलिस पहले से निगरानी रख रही थी।

आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के मिले प्रमाण

पुलिस सूत्रों के अनुसार जुगल साह आपराधिक गतिविधियों में लंबे समय से शामिल रहा है। उसके खिलाफ पहले से प्राप्त सूचनाओं और हालिया बरामदगी को आधार बनाते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में दर्ज हुई प्राथमिकी

पुलिस ने बरामद हथियारों के आधार पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही अन्य गंभीर धाराओं में भी प्राथमिकी दर्ज करते हुए विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी के संबंध किसी बड़े आपराधिक गिरोह से तो नहीं हैं।

विजयीपुर अंचल अधिकारी वेद प्रकाश नारायण पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, मुरलीधर मिश्र ने की जांच और बर्खास्तगी की मांग

विजयीपुर अंचल अधिकारी वेद प्रकाश नारायण पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

विजयीपुर अंचलाधिकारी वेद प्रकाश नारायण एक बार फिर विवादों में हैं। समाजसेवी और क्षेत्र पंचायत सदस्य मुरलीधर मिश्र ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें भ्रष्टाचार, पद के दुरुपयोग और जनविरोधी रवैये की बातें शामिल हैं।


कार्रवाई के बदले पैसे की मांग, RTI सूचना को भी दबाने का आरोप

मुरलीधर मिश्र ने आरोप लगाया कि भूमि विवादों की शिकायतों को जानबूझकर लंबित रखा जाता है और कार्रवाई के बदले फरियादियों से मोटी रकम की मांग की जाती है। RTI के तहत मांगी गई जानकारियों को भी अंचल कार्यालय में रोका जा रहा है।


न्यायालय आदेश के बावजूद जमीन पर रोक, बुजुर्ग को धमकाने की शिकायत

घाट बंधौरा निवासी क्यामुद्दीन अंसारी ने बताया कि कोर्ट आदेश के बावजूद उन्हें अपनी जमीन पर जाने से रोका गया। वहीं हंकारपुर के प्रभुनाथ प्रसाद को अनुमंडल न्यायालय हथुआ का आदेश दिखाने के बावजूद अपमानित किया गया और जेल भेजने की धमकी दी गई।


वैध कागजात के बावजूद विरोधियों को भूमि जोतने की अनुमति, पीड़ितों को अदालत भेजा

रविंद्र पाल और ओमप्रकाश पाल जैसे पीड़ितों ने आरोप लगाया कि वैध कागजात होने के बावजूद उन्हें जमीन जोतने नहीं दिया गया, जबकि विरोधी पक्ष को खुली छूट दी गई। इस मामले में अंचलाधिकारी की निष्क्रियता या मिलीभगत की आशंका जताई गई है।


जांच व निलंबन की मांग, जनआंदोलन की दी चेतावनी

मुरलीधर मिश्र ने जिलाधिकारी, एसडीओ हथुआ और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री से मांग की है कि अंचलाधिकारी वेद प्रकाश नारायण की संपत्ति और कार्यशैली की जांच कर उन्हें तुरंत विजयीपुर से हटाया जाए। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने जनआंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।

गोपालगंज में झमाझम बारिश से शहर जलमग्न, ब्रहम चौक से थाना चौक तक तीन फीट पानी, 90 दुकानें बंद

गोपालगंज में झमाझम बारिश से जलजमाव, नगर परिषद की खुली पोल

गोपालगंज शहर में हुई तेज बारिश ने नगर परिषद की व्यवस्था की पोल खोल दी है। निचले इलाकों में पानी भरने से शहरवासी बेहाल हैं। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है और लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। प्रशासन की ओर से कोई त्वरित राहत नहीं मिल रही।


ब्रहम चौक से थाना चौक तक तीन फीट पानी, शहर की सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात

शहर के ब्रहम चौक से थाना चौक तक सड़कें जलमग्न हो गई हैं। दुकानदारों ने बताया कि मुख्य बाजार क्षेत्र में करीब 3 फीट तक पानी भर गया है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। यह स्थिति हर साल होती है, लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ।


बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी, बाइक सवार गिर रहे गड्ढों में

जलजमाव की वजह से बच्चों को स्कूल जाना मुश्किल हो गया है। कई जगहों पर बाइक सवार पानी में छिपे गड्ढों की वजह से गिरते नजर आए। लोग जान जोखिम में डालकर रास्ते पार कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।


90 दुकानें बंद, व्यापारियों में नाराजगी

बारिश के पानी के कारण लगभग 90 दुकानों को बंद करना पड़ा है। दुकानदारों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह नई समस्या नहीं है, बीते 9 वर्षों से लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन नगर परिषद और प्रशासन ने कभी गंभीरता से नहीं लिया।


नागरिकों ने प्रशासन से की जल्द निकासी की मांग

स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जलनिकासी की व्यवस्था तुरंत कराई जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।

गोपालगंज में मूसलाधार बारिश से मॉडल सदर अस्पताल बना जलसमाधि, मरीजों की जान सांसत में

गोपालगंज में भारी बारिश के बाद मॉडल सदर अस्पताल में जलजमाव, इमरजेंसी वार्ड तक घुसा पानी

गोपालगंज में मूसलाधार बारिश के बाद मॉडल सदर अस्पताल का बुरा हाल हो गया है। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के पास घुटने भर पानी जमा हो गया है। मरीजों और उनके परिजनों को इलाज के लिए भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।


स्ट्रेचर और व्हीलचेयर जलमग्न, मरीजों को उठाकर पहुंचाया जा रहा अस्पताल के भीतर

स्थिति इतनी खराब हो गई है कि मरीजों को ले जाने वाले स्ट्रेचर और व्हीलचेयर तक पानी में डूब गए हैं। परिजनों को मरीजों को गोद में उठाकर वार्ड के अंदर ले जाना पड़ रहा है। यह हालात किसी आपदा से कम नहीं हैं, जहां खुद अस्पताल एक जोखिम भरा स्थान बन गया है।


गंदे पानी में तैर रहा मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का बड़ा खतरा

अस्पताल परिसर में जमा पानी में मेडिकल कचरा, इस्तेमाल की गई सिरिंज और अन्य जैविक अपशिष्ट तैरते दिखाई दे रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा गंभीर रूप से बढ़ गया है। मरीजों और उनके साथ आए लोगों को जान का खतरा बना हुआ है, लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई त्वरित समाधान नहीं दिख रहा।


ड्रेनेज सिस्टम की खुली पोल, सिस्टम फेल होने से बिगड़े हालात

सदर अस्पताल का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है। अस्पताल प्रबंधन और नगर निकाय की लापरवाही के कारण बारिश का पानी निकल नहीं पा रहा है। यह घटना साफ तौर पर बताती है कि आपातकालीन स्थिति के लिए कोई ठोस तैयारी नहीं की गई थी।


मरीजों और परिजनों में आक्रोश, बोले – “यह अस्पताल है या तालाब?”

अस्पताल में इलाज कराने आए लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिली। परिजनों ने कहा, “यह अस्पताल है या तालाब? जहां न डॉक्टर तक पहुंच सकते हैं, न मरीज आराम से अंदर जा सकते हैं।” लोगों ने प्रशासन से तत्काल स्थिति सुधारने की मांग की है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।

गोपालगंज में दबंगों की रंगदारी से परेशान मछुआरे पहुंचे एसपी कार्यालय, बोले – मछली तक छीन ली जाती है

गोपालगंज में दबंगों की धमकी से डरे मछुआरे पहुंचे एसपी कार्यालय

जिले के जादोपुर थाना क्षेत्र के दर्जनों मछुआरे बुधवार को एसपी कार्यालय पहुंचे और अपनी पीड़ा पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित के सामने रखी। मछुआरों ने बताया कि क्षेत्र में कुछ दबंग किस्म के लोग जबरन उनकी पकड़ी हुई मछली छीन लेते हैं। जब वे विरोध करते हैं या मेहनत का पैसा मांगते हैं, तो उनके साथ मारपीट की जाती है।


जबरन छीनी जाती है मछली, विरोध करने पर मारपीट और जाल फेंकने की घटनाएं आम

मछुआरों का आरोप है कि दबंग लोग न सिर्फ मछली छीनते हैं, बल्कि उनके जाल को भी नदी में फेंक देते हैं। कई बार पीड़ितों को नदी में मछली पकड़ने से रोका गया और दोबारा ऐसा करने पर जान से मारने जैसी धमकियां भी दी गईं। इन घटनाओं के कारण मछुआरों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है।


पूरे समुदाय में दहशत, आजीविका पर मंडरा रहा है संकट

मछुआरों ने बताया कि यह समस्या केवल एक-दो लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरा समुदाय इस भय और उत्पीड़न का शिकार हो रहा है। कई परिवारों का भरण-पोषण ठप पड़ गया है और लोग अब डर के साये में जीने को मजबूर हैं। बच्चों की पढ़ाई, घर का खर्च और रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है।


एसपी से की सुरक्षा की मांग, जल्द कार्रवाई की उम्मीद

मछुआरों ने एसपी से अपील की कि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए ताकि वे निडर होकर नदी में मछली पकड़ सकें और अपने परिवार की देखभाल कर सकें। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से काम करने का उनका अधिकार छीना जा रहा है, जिस पर तुरंत हस्तक्षेप जरूरी है। एसपी ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।


न्याय की उम्मीद में मछुआरों ने जताया भरोसा, कहा – अब डर से बाहर निकलना है

एसपी से मुलाकात के बाद मछुआरों में थोड़ी राहत देखने को मिली। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि प्रशासन उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मछुआरों ने उम्मीद जताई कि अब वे बिना किसी भय के अपनी आजीविका कमा सकेंगे और समाज में सम्मान के साथ जी सकेंगे।

देवरिया में राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान शुरू देवरिया जिले सहित पूरे उत्तर प्रदेश में 1 जुलाई से 30 सितंबर 2025 तक “राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान” चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य अदालतों में वर्षों से लंबित मामलों का त्वरित और सौहार्दपूर्ण समाधान करना है। ऐसे मामले जिनमें आपसी सहमति से हल संभव है, उन्हें अदालत से बाहर मध्यस्थता केंद्रों के माध्यम से सुलझाया जा रहा है। विवाहिक, उपभोक्ता और सिविल विवादों का होगा समाधान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि वैवाहिक विवाद, घरेलू हिंसा, दुर्घटना दावा, चेक बाउंस, उपभोक्ता मामले, सेवा विवाद, ऋण वसूली, बंटवारा और भूमि अधिग्रहण जैसे कई सिविल मामले इस अभियान के तहत मध्यस्थता से सुलझाए जा सकते हैं। इसके लिए प्रशिक्षित मध्यस्थों की सहायता ली जाती है। माननीय न्यायाधीशों के निर्देशन में संचालित हो रहा है अभियान यह अभियान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष श्री राम मिलन सिंह के मार्गदर्शन और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव श्री मनोज कुमार तिवारी के निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। न्यायिक अधिकारियों की देखरेख में यह अभियान निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ चलाया जा रहा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से उपलब्ध सुविधा मध्यस्थता प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय, सम्मानजनक और पारदर्शी होती है। यह प्रक्रिया पक्षकारों की सुविधा के अनुसार ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों तरीकों से संचालित की जा सकती है। यदि मध्यस्थता सफल होती है तो मामला अदालत से समाप्त कर दिया जाता है, और असफल होने पर भी वादी को कोई नुकसान नहीं होता। जनता से की गई भागीदारी की अपील देवरिया जिले के नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने लंबित मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए मध्यस्थता प्रक्रिया का लाभ उठाएं। अधिक जानकारी के लिए नागरिक जिला न्यायालय, तहसील विधिक सेवा समिति या टोल फ्री नंबर 18004190234 और 15100 पर संपर्क कर सकते हैं।

देवरिया में राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान शुरू
देवरिया जिले सहित पूरे उत्तर प्रदेश में 1 जुलाई से 30 सितंबर 2025 तक “राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान” चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य अदालतों में वर्षों से लंबित मामलों का त्वरित और सौहार्दपूर्ण समाधान करना है। ऐसे मामले जिनमें आपसी सहमति से हल संभव है, उन्हें अदालत से बाहर मध्यस्थता केंद्रों के माध्यम से सुलझाया जा रहा है।

विवाहिक, उपभोक्ता और सिविल विवादों का होगा समाधान
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि वैवाहिक विवाद, घरेलू हिंसा, दुर्घटना दावा, चेक बाउंस, उपभोक्ता मामले, सेवा विवाद, ऋण वसूली, बंटवारा और भूमि अधिग्रहण जैसे कई सिविल मामले इस अभियान के तहत मध्यस्थता से सुलझाए जा सकते हैं। इसके लिए प्रशिक्षित मध्यस्थों की सहायता ली जाती है।

माननीय न्यायाधीशों के निर्देशन में संचालित हो रहा है अभियान
यह अभियान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष श्री राम मिलन सिंह के मार्गदर्शन और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव श्री मनोज कुमार तिवारी के निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। न्यायिक अधिकारियों की देखरेख में यह अभियान निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ चलाया जा रहा है।

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से उपलब्ध सुविधा
मध्यस्थता प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय, सम्मानजनक और पारदर्शी होती है। यह प्रक्रिया पक्षकारों की सुविधा के अनुसार ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों तरीकों से संचालित की जा सकती है। यदि मध्यस्थता सफल होती है तो मामला अदालत से समाप्त कर दिया जाता है, और असफल होने पर भी वादी को कोई नुकसान नहीं होता।

जनता से की गई भागीदारी की अपील
देवरिया जिले के नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने लंबित मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए मध्यस्थता प्रक्रिया का लाभ उठाएं। अधिक जानकारी के लिए नागरिक जिला न्यायालय, तहसील विधिक सेवा समिति या टोल फ्री नंबर 18004190234 और 15100 पर संपर्क कर सकते हैं।